माँ दुर्गा के 9 स्वरूपोंमें:-
सप्तम कालरात्रि स्तोत्रम्
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता ।
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी ॥
!! मंत्र !!
ॐ देवी कालरात्र्यै नमः ॥
ॐ ऐं ह्रीं क्रीं कालरात्रै नमः ॥
क्लीं ऐं श्री कालिकायै नमः ॥
!! स्तोत्र !!
हीं कालरात्रि श्रीं कराली च क्लीं कल्याणी कलावती ।
कालमाता कलिदर्पधनी कमदीश कुपान्विता ॥
कामबीजजपान्दा कमबीजस्वरूपिणी ।
कुमतिघ्नी कुलीनर्तिनाशिनी कुल कामिनी ॥
क्लीं ह्रीं श्रीं मन्त्रवर्णेन कालकण्टकघातिनी ।
कृपामयी कृपाधारा कृपापारा कृपागमा ॥